न कवियों में कवि फिर भी सुन रहे समय बिताने को ही सही। न कवियों में कवि फिर भी सुन रहे समय बिताने को ही सही।
मेरे दिल ओ दिमाग पे एक नशा है आपका दूर हो या पास हर वक़्त सुकून ए तलब हो आप! मेरे दिल ओ दिमाग पे एक नशा है आपका दूर हो या पास हर वक़्त सुकून ए तलब हो आप!
आज वो आये हमारी महफ़िल में अब तो दिल में उतर जाने का जी हैI आज वो आये हमारी महफ़िल में अब तो दिल में उतर जाने का जी हैI
अपनी धरोहर को बचाकर अपनी धरा को प्रकृति के रंगों से सजाना हैI अपनी धरोहर को बचाकर अपनी धरा को प्रकृति के रंगों से सजाना हैI
हंसी की मिठास पर हर कोई मरता है अश्कों की खारी नमी कहाँ भाती । हंसी की मिठास पर हर कोई मरता है अश्कों की खारी नमी कहाँ भाती ।
ओ संदली सी नूर ए नज़र सुनों, तुम्हारे जिस्म की महक में नहा लूँ थोड़ा। ओ संदली सी नूर ए नज़र सुनों, तुम्हारे जिस्म की महक में नहा लूँ थोड़ा।